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* वह नादिम हुए कत्ल करने के बाद, *
वह नादिम हुए कत्ल करने के बाद,
मिली जिन्दगी मुझको मरने के बाद।
1.नादिम - लज्जित, शर्मिन्दा, पछतानेवाला
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वादिए-उल्फत में देखी हमने कब मंजिल की शक्ल,
गिर पड़े, गिरकर उठे, उठकर संभलते ही रहे।
1. वादी - (i) घाटी, पहाड़ के नीचे का मैदान (ii) मैदान, वन
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शबे-गम किस तरह गुजरी, शबे-गम इस तरह गुजरी,
न तुम आये, न चैन आया, न मौत आई न ख्वाब आया।
1.शबे-गम - विरह की रात
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