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* तुझसे मैं मुझसे आशना तुम हो *
तुझसे मैं मुझसे आशना तुम हो
मैं हूँ खुशबू मगर हवा तुम हो
मैं लिखावट तेरी हथेली की
मेरी तक़दीर का लिखा तुम हो
तुम अगर सच हो, मैं भी झूठ नहीं
अक्स मैं, मेरा आइना तुम हो
बेखुदी ने मेरा भरम तोड़ा
मैं समझता रहा खुदा तुम हो
मैं हूँ मुजरिम, मेरे हो मुंसिफ़ तुम
मैं ख़ता हूँ, मेरी सज़ा तुम हो
सीप की आस बनके चाहूँ तुम्हें
लाये जो मोती वह घटा तुम हो
अपनी मजबूरियों का रंज नहीं
बेवफ़ा मैं हूँ बावफ़ा तुम हो
रोग बनकर पड़ा हुआ है 'कंवल
तुम दवा हो, मेरी दुआ तुम हो
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