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Tufail Chaturvedi
 
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* हुआ जिसका भरोसा भी नहीं था| *
हुआ जिसका भरोसा भी नहीं था|
कि वो उभरा – जो तैरा भी नहीं था|१|

महब्बत इम्तेहा लेती है ऐसे|
वो ही चुप था – जो गूँगा भी नहीं था|२|

शहंशाहों से यारी थी हमारी|
भले ही पास ढेला भी नहीं था|३|


बुराई जिस तरह मेरी हुई है|
मियाँ, मैं ऐसा अच्छा भी नहीं था|४|

ज़रूरत पेश आती दुश्मनी की|
तअल्लुक़ इतना गहरा भी नहीं था|५|

मैं सदियाँ छीन लाया वक़्त तुझसे|
मेरे कब्ज़े में लमहा भी नहीं था|६|

तेरी हालत बदल पाती तो कैसे|
कि जब आँखों में सपना भी नहीं था|७|



 
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