* काविर्शो1 का काफि़ला2 उनकी नवाजि़ *
काविर्शो1 का काफि़ला2 उनकी नवाजि़श3 पर रूका
काले सायों का सफ़र जिस्मों की ताबिश4 पर रूका
मछलियों की टोलियों पर नाचती थी चांदनी
रक्से-दिलकश5 ये किसी पत्थर की नालिश पर रूका .
वस्ल क़ी रानार्इयों6 में बामो-दर7 गुम हो गये
तलिख़यों8 का कारवां दारे-नवाजि़श9 पर रूका .
फे़ल थी बिजली तिलस्मे-खौफ़10 था हर मोड़ पर
चक्र वहशत का अगरचे कोहे-काविश11 पर रूका .
यूं तो उसकी भी तमन्ना थी मुझे मिल जाय पर
यार मेरा घर में कल घनघोर बारिश पर रूका .
सांझ की दुल्हन ने पीला कर दिया सूरज का मुंह
घूप का लंबा सफ़र दुल्हन की साजि़श पर रूका .
बेशिकन था रात भर बिस्तर तसव्वुर12 का कंवल
ज़हन का गीला बदन फूलों की रामिश13 पर रूका .
1. प्रयास, परिश्रम 2. मुसाफिरों की टोली 3. मेहरबानी 4. ताप, आंच
5. मनोरम नृत्य 6. मिलन-सौन्दर्य 7. द्वार और छत 8. कड़वाहट 9. मेहरबानी की सूली
10. भय का इन्द्रजाल 11. परिश्रम का पहाड़, अथक प्रयत्न 12. कल्पना 13. खुषी।
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